NOT KNOWN DETAILS ABOUT SHIV CHAISA

Not known Details About Shiv chaisa

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योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥

अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥

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कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें

सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।

बृहस्पतिदेव की कथा

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब more info के घटवासी॥

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